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Day Long BAZAAR
Posted on 26/09/2025
भिवानी, 25 सितम्बर। महाराजा नीमपाल सिंह राजकीय महाविद्यालय, भिवानी में आज जिला स्तरीय ‘पर्यावरण जागरूकता एक दिवसीय बाजार’ का आयोजन उत्साहपूर्वक किया गया। कार्यक्रम के अध्यक्ष महाविद्यालय के नव पदोन्नत प्राचार्य डॉ. जगबीर सिंह ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा प्रायोजित इस आयोजन का उद्देश्य न केवल पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना रहा, बल्कि विद्यार्थियों में उद्यमिता एवं कौशल विकास को भी बढ़ावा देना रहा है। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजकीय शिक्षण महाविद्यालय भिवानी के प्राचार्य अदम्यवीर डागर थे। प्रतिभागियों को उच्चतर शिक्षा अधिकारी डॉ मनजीत सिंह और प्रभारी प्राचार्य डॉ. जगवीर सिंह मान ने संबोधित करते हुए कहा कि महाविद्यालय में आयोजित यह ’पर्यावरण जागरूकता एक दिवसीय बाजार’ केवल एक शैक्षणिक गतिविधि भर नहीं, बल्कि समाज में पर्यावरण संरक्षण और आत्मनिर्भरता का संदेश देने वाली सार्थक पहल बनकर सामने आया। प्रतिभागियों की लगन और नवाचारपूर्ण प्रस्तुतियों ने सिद्ध कर दिया कि यदि युवा पीढ़ी अपनी ऊर्जा और रचनात्मकता को सही दिशा दे तो वह न केवल पर्यावरण की रक्षा कर सकती है, बल्कि रोजगार और उद्यमिता के नए रास्ते भी खोल सकती है।
कार्यक्रम में जिले के 15 महाविद्यालयों से आए 84 छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय परिसर दिनभर रंग-बिरंगी गतिविधियों और विद्यार्थियों की ऊर्जा से गूंजता रहा। इस दौरान महाविद्यालय में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। ’प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता’ के माध्यम से विद्यार्थियों को पर्यावरण संबंधी तथ्यों और ज्ञान से अवगत कराया गया। ’पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता’ में प्रतिभागियों ने स्वच्छ और हरित पर्यावरण का संदेश रंगों और रचनात्मकता के माध्यम से प्रस्तुत किया। वहीं, ’बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट’ प्रतियोगिता ने सभी का ध्यान आकर्षित किया। इसमें अनुपयोगी वस्तुओं को कला और हुनर के माध्यम से न केवल आकर्षक बल्कि उपयोगी वस्तुओं में बदलकर यह संदेश दिया गया कि कचरा व कबाड़ भी कमाई का साधन बन सकता है। कार्यक्रम में विद्यार्थियों द्वारा लगाए गए ’फूड स्टॉल’ विशेष आकर्षण का केंद्र रहे। विभिन्न हरियाणवी व्यंजनों की प्रस्तुति ने न केवल उपस्थित लोगों को स्थानीय स्वाद से परिचित कराया, बल्कि यह भी संदेश दिया कि स्वदेशी खानपान को बढ़ावा देना आत्मनिर्भरता की ओर एक बड़ा कदम है। आयोजन में प्रदर्शित वस्तुओं और स्टॉलों के माध्यम से विद्यार्थियों ने उद्यमिता का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया। प्रतिभागियों द्वारा तैयार की गई कलात्मक वस्तुओं की प्रदर्शनी और बिक्री ने यह स्पष्ट किया कि शिक्षा केवल पुस्तकों तक सीमित न रहकर व्यावहारिक जीवन में भी उपयोगी साबित हो सकती है। उच्चतर शिक्षा विभाग की यह पहल ‘आत्मनिर्भर भारत’ के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
कार्यक्रम के संयोजक डॉ. रणधीर सिंह समोता एवं उनकी टीम ने बाहर से आए प्रतिभागियों एवं उनके प्रभारियों का हार्दिक स्वागत किया। कार्यक्रम का मंच संचालन डॉ. कविता शर्मा ने किया। निर्णायक मंडल की भूमिका सेवानिवृत प्राचार्य डॉ. रणधीर सिंह रोहिला, डॉ. पवन मित्तल और रितु श्री ने निभाई। दिनभर चली प्रतियोगिताओं और प्रस्तुतियों को प्राध्यापकों एवं उपस्थित जनसमूह से भरपूर सराहना मिली। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापकगण डॉ. हरिओम शर्मा, डॉ. कपिल शर्मा, डॉ. धर्मवीर सिंह जाखड़, डॉ. कुलवीर सिंह, डॉ. मीतेश शर्मा, मंजु बाला, डॉ. पंकज शर्मा, डॉ. रविकांत, पारिशा, डॉ. सुनीता सांगवान, मोनिका यादव, रेखा चौहान, योगमाया, पूजा, डॉ. तरूणा, सरिता एवं कुसुमलता सहित अनेक अध्यापक एवं छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे। सभी ने विद्यार्थियों की प्रतिभा और उनके प्रयासों की प्रशंसा की और कार्यक्रम को अत्यंत सफल बताया।
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